आईटीपी (इडियोपैथिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिक पुरपुरा) रोगियों के लिए डाइट प्लान
सुबह 5:30 बजे: सबसे पहले: 1-2 गिलास गुनगुना पानी पियें। तत्पश्चात नित्य कर्म से निवृत होने के लिए जायें।
सुबह 6:00 बजे: खाली पेट: 4-5 बादाम (रात भर भिगोए हुए व छिलका रहित) / घृतकुमारी का रस (20 मि.ली. 1 कप पानी में) / 1-2 अंजीर (रातभर भिगोए हुए) / पपीते के पत्तों का रस २ चम्मच / 2-3 आँवले प्रतिदिन खायें।
सुबह 6:15 बजे: 30-45 मिनट सैर, 30 मिनट (दैनिक व्यायाम, योग और ध्यान)
सुबह 8:00 बजे: नाश्ता: 1 कटोरा (दलीया / पोहा / उपमा) / 1 सैंडविच सब्जियों वाला (भूरी ब्रेड, विभिन्न अनाज की ब्रेड) / 2 उबले हुए अंडे का सफेद भाग / 1-2 चपाती + सब्जी या दाल / मूँग दाल की खिचड़ी
दोपहर 11:00 बजे: मध्य भोजन: फल / हर्बल चाय / हरी चाय / अनार का रस 50 मि.ली. / गाजर का रस 50 मि.ली. / चकुंदर का रस 20-30 मि.ली. / कद्दू का रस 50 मि.ली. / हरे नारियल का पानी
दोपहर 1:00-2:00 बजे: लंच: दोपहर के भोजन से पहले 1 कटोरा सलाद । 1 – 2 चपाती / चावल + दाल + सब्जी / मूँग दाल खिचड़ी
शाम 5:00 बजे: फल / सूप / हर्बल चाय / सलाद / सबुदाना खीर / हरी चाय
रात 8:00 बजे: डिनर: 1-2 चपाती + दाल / सब्जी / मूँग दाल की खिचड़ी / साबुदाना की खिचड़ी
सब्जियाँ जो खानी चाहिए:
टिण्डा, लौकी, तोरी, करेला, गाजर, कद्दू, शिमला मिर्च, शलजम, चकुंदर, ब्रोकोली, मूली, पालक, फूलगोभी, पत्तागोभी, शकरकंदी, आलू, मटर, हरी पत्तेदार सब्जियां फाइबर में समृद्ध
सब्जियाँ जो नहीं खानी चाहियें:
प्याज, लहसुन, अदरक, टमाटर, बैंगन
फल जो खाने चाहियें:
सेब, केला, आड़ू, नाशपाती, पपीता, कीवी, तरबूज, खरबूजा, सीताफल, चिकू, अनानास, अंजीर
फल जो नहीं खाने चाहियें:
खट्टे फल जैसे संतरे, नींबू, काले अंगूर
दालें जिनका प्रयोग करना चाहिए:
सभी दालों का प्रयोग कर सकते हैं।
मसाले और तेल जिनका प्रयोग करना चाहिए:
मेथी, धनिया, करी पत्ता, सौंफ, इलायची, जीरा, हल्दी, दालचीनी
सूरजमुखी तेल, जैतून का तेल
मसाले जिनका प्रयोग नहीं करना चाहिए:
लाल मिर्च, हरी मिर्च, लौंग, ज्यादा नमक
अन्य उत्पाद जिनका प्रयोग करना चाहिए:
गेंहू का आटा, मल्टीग्रेन आटा, भूरे चावल, हरी पत्तेदार सब्जियाँ
अन्य उत्पाद जिनका प्रयोग नहीं करना चाहिए:
मैदा, तला भोजन, पिज्जा, बर्गर, चोकलेट, अचार, पापड़, चटनी, सिरका, सफेद चावल, दूध, दही, पनीर
नोट:-
- प्लेटलेट की गिनती बढ़ाने के लिए गाजर और चकुंदर का रस बहुत कारगर है। 50 मिलीलीटर रस प्रतिदिन एक या दो बार लें।
- ताज़े कद्दू के रस का आधा गिलास प्रतिदिन पीना चाहिए।
- 2 कप पानी में ताजे पपीते के 4-5 पत्ते उबालें। इसे ठंडा करके, छानकर, दिन में दो बार पियें।
- अनार का रस भी बेहद फायदेमंद है। आप अनार के रस का एक गिलास रोजाना पी सकते हैं।
- अपने भोजन के साथ प्रतिदिन चकुंदर सलाद के रूप में रोजाना खाएं।
- सुबह 3-4 आँवले खाली पेट खाएं।